महाभारतम् — 8.32.34
Original
Segmented
सुवर्ण-पुङ्खैः नाराचैः पर-काय-विदारणैः चेदिकान् अवधीद् वीरः शतशो ऽथ सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुवर्ण | सुवर्ण | pos=n,comp=y |
| पुङ्खैः | पुङ्ख | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| नाराचैः | नाराच | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| काय | काय | pos=n,comp=y |
| विदारणैः | विदारण | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| चेदिकान् | चेदिक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अवधीद् | वध् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| वीरः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शतशो | शतशस् | pos=i |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |