महाभारतम् — 8.34.3
Original
Segmented
कर्णो ऽपि दृष्ट्वा द्रवतो धार्तराष्ट्रान् पराङ्मुखान् हंस-वर्णान् हय-अग्र्यान् तान् प्रैषीद् यत्र वृकोदरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| द्रवतो | द्रु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| धार्तराष्ट्रान् | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पराङ्मुखान् | पराङ्मुख | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| हंस | हंस | pos=n,comp=y |
| वर्णान् | वर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| हय | हय | pos=n,comp=y |
| अग्र्यान् | अग्र्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्रैषीद् | प्रेष् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| वृकोदरम् | वृकोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |