महाभारतम् — 8.35.43
Original
Segmented
भीमसेन-रथ-व्यग्रम् कर्णम् भारत सात्यकिः अभ्यर्दयद् अमेय-आत्मा पार्ष्णिग्रहण-कारणात् अभ्यवर्तत कर्णस् तम् अर्दितो ऽपि शरैः भृशम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीमसेन | भीमसेन | pos=n,comp=y |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| व्यग्रम् | व्यग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कर्णम् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सात्यकिः | सात्यकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अभ्यर्दयद् | अभ्यर्दय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अमेय | अमेय | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पार्ष्णिग्रहण | पार्ष्णिग्रहण | pos=n,comp=y |
| कारणात् | कारण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अभ्यवर्तत | अभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| कर्णस् | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अर्दितो | अर्दय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |