महाभारतम् — 8.4.37
Original
Segmented
अभीषाहाः कवचिनः प्रहरन्तो मद-उत्कटाः शिबयः च रथ-उदाराः कलिङ्ग-सहिताः हताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभीषाहाः | अभीषाह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कवचिनः | कवचिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रहरन्तो | प्रहृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| मद | मद | pos=n,comp=y |
| उत्कटाः | उत्कट | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| शिबयः | शिबि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| उदाराः | उदार | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| कलिङ्ग | कलिङ्ग | pos=n,comp=y |
| सहिताः | सहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| हताः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |