महाभारतम् — 8.42.1
Original
Segmented
संजय उवाच ततः पुनः समाजग्मुः अभीताः कुरु-सृञ्जयाः युधिष्ठिर-मुखाः पार्था वैकर्तन-मुखाः वयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| समाजग्मुः | समागम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अभीताः | अभीत | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| सृञ्जयाः | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,comp=y |
| मुखाः | मुख | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पार्था | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वैकर्तन | वैकर्तन | pos=n,comp=y |
| मुखाः | मुख | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |