महाभारतम् — 8.42.47
Original
Segmented
स विध्वस्तैः शरैः घोरैः द्रोणपुत्रः प्रतापवान् रथम् आरुरुहे वीरो धनञ्जय-शर-अर्दितः प्रगृह्य च धनुः श्रेष्ठम् पार्थम् विव्याध सायकैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विध्वस्तैः | विध्वंस् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| घोरैः | घोर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| द्रोणपुत्रः | द्रोणपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आरुरुहे | आरुह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वीरो | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धनञ्जय | धनंजय | pos=n,comp=y |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| अर्दितः | अर्दय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सायकैः | सायक | pos=n,g=m,c=3,n=p |