महाभारतम् — 8.45.18
Original
Segmented
अयच्छत् तुरगान् यच् च फल्गुनम् च अपि अयोधयत् तद् अस्य समरे राजन् सर्वे योधा अपूजयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अयच्छत् | यम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तुरगान् | तुरग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| यच् | यत् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| फल्गुनम् | फल्गुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अयोधयत् | योधय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| योधा | योध | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अपूजयन् | पूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |