महाभारतम् — 8.45.55
Original
Segmented
द्रौणिम् पराजित्य ततोग्रधन्वा कृत्वा महद् आर्य-कर्म आलोकयामास ततः स्व-सैन्यम् धनंजयः शत्रुभिः अप्रधृष्यः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रौणिम् | द्रौणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पराजित्य | पराजि | pos=vi |
| ततोग्रधन्वा | कृ | pos=vi |
| कृत्वा | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| महद् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आलोकयामास | आलोकय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| सैन्यम् | सैन्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शत्रुभिः | शत्रु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अप्रधृष्यः | अप्रधृष्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |