महाभारतम् — 8.45.65
Original
Segmented
तद् भीमसेनस्य वचो निशम्य सु दुर्वचम् भ्रातुः अमित्र-मध्ये द्रष्टुम् कुरुश्रेष्ठम् अभिप्रयातुम् प्रोवाच वृष्णि-प्रवरम् तदानीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भीमसेनस्य | भीमसेन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निशम्य | निशामय् | pos=vi |
| सु | सु | pos=i |
| दुर्वचम् | दुर्वच | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अमित्र | अमित्र | pos=n,comp=y |
| मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
| कुरुश्रेष्ठम् | कुरुश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिप्रयातुम् | अभिप्रया | pos=vi |
| प्रोवाच | प्रवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
| प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तदानीम् | तदानीम् | pos=i |