महाभारतम् — 8.49.2
Original
Segmented
तस्य कोपम् समुद्वीक्ष्य चित्त-ज्ञः केशवस् तदा उवाच किम् इदम् पार्थ गृहीतः खड्ग इत्य् उत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कोपम् | कोप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समुद्वीक्ष्य | समुद्वीक्ष् | pos=vi |
| चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| केशवस् | केशव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| किम् | किम् | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गृहीतः | ग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| खड्ग | खड्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| उत | उत | pos=i |