महाभारतम् — 8.49.32
Original
Segmented
किम् आश्चर्यम् पुनः मूढो धर्म-कामः ऽप्य् अपण्डितः सु महत् प्राप्नुयात् पापम् आपगाम् इव कौशिकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आश्चर्यम् | आश्चर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| मूढो | मुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| अपण्डितः | अपण्डित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्नुयात् | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आपगाम् | आपगा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| कौशिकः | कौशिक | pos=n,g=m,c=1,n=s |