महाभारतम् — 8.5.37
Original
Segmented
अहम् एव पुरा भूत्वा सर्व-लोकस्य सत्कृतः परिभूतः कथम् सूत पुनः शक्ष्यामि जीवितुम् दुःखात् सु दुःखम् व्यसनम् प्राप्तवान् अस्मि संजय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सत्कृतः | सत्कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| परिभूतः | परिभू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| शक्ष्यामि | शक् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| जीवितुम् | जीव् | pos=vi |
| दुःखात् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्तवान् | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |