महाभारतम् — 8.5.80
Original
Segmented
यः च गाण्डीव-मुक्तानाम् स्पर्शम् उग्रम् अ चिन्तयन् अ पतिः ह्य् असि कृष्णा इति ब्रुवन् पार्थान् अवैक्षत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| गाण्डीव | गाण्डीव | pos=n,comp=y |
| मुक्तानाम् | मुच् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| स्पर्शम् | स्पर्श | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उग्रम् | उग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अ | अ | pos=i |
| चिन्तयन् | चिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अ | अ | pos=i |
| पतिः | पति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ह्य् | हि | pos=i |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कृष्णा | कृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पार्थान् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अवैक्षत | अवेक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |