महाभारतम् — 8.50.10
Original
Segmented
उवाच भरत-श्रेष्ठ प्रसीद इति पुनः पुनः क्षमस्व राजन् यत् प्रोक्तम् धर्म-कामेन भीरुणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| प्रसीद | प्रसद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| क्षमस्व | क्षम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रोक्तम् | प्रवच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| कामेन | काम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भीरुणा | भीरु | pos=a,g=m,c=3,n=s |