महाभारतम् — 8.57.17
Original
Segmented
वर्जयन् सर्व-सैन्यानि त्वरते हि धनंजयः त्वद्-अर्थम् इति मन्ये ऽहम् यथा अस्य उदीर्यते वपुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वर्जयन् | वर्जय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| सैन्यानि | सैन्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| त्वरते | त्वर् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उदीर्यते | उदीरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वपुः | वपुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |