Original

स पक्षिसंघाचरितमाकाशं पूरयञ्शरैः ।धनंजयो महाराज कुरूणामन्तकोऽभवत् ॥ ४ ॥

Segmented

स पक्षि-संघ-आचरितम् आकाशम् पूरयञ् शरैः धनंजयो महा-राज कुरूणाम् अन्तको ऽभवत्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
पक्षि पक्षिन् pos=n,comp=y
संघ संघ pos=n,comp=y
आचरितम् आचर् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
आकाशम् आकाश pos=n,g=n,c=2,n=s
पूरयञ् पूरय् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
शरैः शर pos=n,g=m,c=3,n=p
धनंजयो धनंजय pos=n,g=m,c=1,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
कुरूणाम् कुरु pos=n,g=m,c=6,n=p
अन्तको अन्तक pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभवत् भू pos=v,p=3,n=s,l=lan