महाभारतम् — 8.60.14
Original
Segmented
अत्र अन्तरे सु महत् सूतपुत्रः चक्रे युद्धम् सोमकान् संप्रमृद्नन् रथ-अश्व-मातङ्ग-गणान् जघान प्रच्छादयामास दिशः शरैः च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अत्र | अत्र | pos=i |
| अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| सूतपुत्रः | सूतपुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चक्रे | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सोमकान् | सोमक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संप्रमृद्नन् | संप्रमृद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
| मातङ्ग | मातंग | pos=n,comp=y |
| गणान् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| जघान | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्रच्छादयामास | प्रच्छादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दिशः | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |