महाभारतम् — 8.61.15
Original
Segmented
इत्य् उक्त्वा वचनम् राजञ् जयम् प्राप्य वृकोदरः पुनः आह महा-राज स्मयंस् तौ केशव-अर्जुनौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इत्य् | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| वृकोदरः | वृकोदर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| स्मयंस् | स्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| केशव | केशव | pos=n,comp=y |
| अर्जुनौ | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=d |