महाभारतम् — 8.62.58
Original
Segmented
पुनः स पार्थम् वृषसेन उग्रैः बाणैः अविध्यद् भुजमूल-मध्ये तथा एव कृष्णम् नवभिः समार्दयत् पुनः च पार्थम् दशभिः शित-अग्रैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वृषसेन | वृषसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उग्रैः | उग्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अविध्यद् | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भुजमूल | भुजमूल | pos=n,comp=y |
| मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| कृष्णम् | कृष्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नवभिः | नवन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समार्दयत् | समर्दय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दशभिः | दशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शित | शा | pos=va,comp=y,f=part |
| अग्रैः | अग्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |