महाभारतम् — 8.65.2
Original
Segmented
यथा गजौ हैमवतौ प्रभिन्नौ प्रगृह्य दन्ताव् इव वाशिता-अर्थे तथा समाजग्मतुः उग्र-वेगौ धनंजयः च आधिरथि च वीरौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| गजौ | गज | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| हैमवतौ | हैमवत | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| प्रभिन्नौ | प्रभिद् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
| दन्ताव् | दन्त | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| इव | इव | pos=i |
| वाशिता | वाशिता | pos=n,comp=y |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| समाजग्मतुः | समागम् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
| उग्र | उग्र | pos=a,comp=y |
| वेगौ | वेग | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| आधिरथि | आधिरथि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| वीरौ | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=d |