महाभारतम् — 8.65.22
Original
Segmented
संचोदितो भीम-जनार्दनाभ्याम् स्मृत्वा तद्-आत्मानम् अवेक्ष्य सत्त्वम् महात्मनः च आगमने विदित्वा प्रयोजनम् केशवम् इत्य् उवाच
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संचोदितो | संचोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भीम | भीम | pos=n,comp=y |
| जनार्दनाभ्याम् | जनार्दन | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| स्मृत्वा | स्मृ | pos=vi |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |
| सत्त्वम् | सत्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| आगमने | आगमन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विदित्वा | विद् | pos=vi |
| प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| केशवम् | केशव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |