महाभारतम् — 8.65.35
Original
Segmented
शल्यम् च पार्थो दशभिः पृषत्कैः भृशम् तनुत्रे प्रहसन्न् अविध्यत् ततः कर्णम् द्वादशभिः सु मुक्तैः विद्ध्वा पुनः सप्तभिः अभ्यविध्यत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शल्यम् | शल्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दशभिः | दशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| पृषत्कैः | पृषत्क | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| तनुत्रे | तनुत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्रहसन्न् | प्रहस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अविध्यत् | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ततः | ततस् | pos=i |
| कर्णम् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| द्वादशभिः | द्वादशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| मुक्तैः | मुच् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| विद्ध्वा | व्यध् | pos=vi |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| सप्तभिः | सप्तन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अभ्यविध्यत् | अभिव्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |