महाभारतम् — 9.18.9
Original
Segmented
द्वि-साहस्राः च मातङ्गा गिरि-रूपाः प्रहारिणः सम्प्राद्रवन् हते शल्ये अङ्कुश-अङ्गुष्ठ-चोदिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वि | द्वि | pos=n,comp=y |
| साहस्राः | साहस्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| मातङ्गा | मातंग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
| रूपाः | रूप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रहारिणः | प्रहारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सम्प्राद्रवन् | सम्प्रद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| हते | हन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| शल्ये | शल्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अङ्कुश | अङ्कुश | pos=n,comp=y |
| अङ्गुष्ठ | अङ्गुष्ठ | pos=n,comp=y |
| चोदिताः | चोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |