महाभारतम् — 9.22.37
Original
Segmented
पादाताः च त्रि-साहस्राः द्रौपदेयाः च सर्वशः रणे हि अभ्यद्रवन् ते तु शकुनिम् युद्ध-दुर्मदम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पादाताः | पादात | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
| साहस्राः | साहस्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| द्रौपदेयाः | द्रौपदेय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अभ्यद्रवन् | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| शकुनिम् | शकुनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| युद्ध | युद्ध | pos=n,comp=y |
| दुर्मदम् | दुर्मद | pos=a,g=m,c=2,n=s |