महाभारतम् — 9.27.15
Original
Segmented
एतस्मिन्न् अन्तरे शूरः सौबलेयः प्रतापवान् प्रासेन सहदेवस्य शिरसि प्राहरद् भृशम् स विह्वलो महा-राज रथोपस्थ उपाविशत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतस्मिन्न् | एतद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सौबलेयः | सौबलेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रासेन | प्रास | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सहदेवस्य | सहदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्राहरद् | प्रहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विह्वलो | विह्वल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रथोपस्थ | रथोपस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| उपाविशत् | उपविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |