महाभारतम् — 9.27.63
Original
Segmented
तम् च अपि सर्वे प्रतिपूजयन्तो हृष्टा ब्रुवाणाः सहदेवम् आजौ दिष्ट्या हतो नैकृतिको दुरात्मा सह आत्मजः वीर रणे त्वया इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| प्रतिपूजयन्तो | प्रतिपूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| हृष्टा | हृष् | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
| ब्रुवाणाः | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सहदेवम् | सहदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आजौ | आजि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| हतो | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| नैकृतिको | नैकृतिक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दुरात्मा | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| इति | इति | pos=i |