महाभारतम् — 9.30.25
Original
Segmented
शूर-मानी न शूरः त्वम् मिथ्या वदसि भारत शूरो ऽहम् इति दुर्बुद्धे सर्व-लोकस्य शृण्वतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शूर | शूर | pos=n,comp=y |
| मानी | मानिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मिथ्या | मिथ्या | pos=i |
| वदसि | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| दुर्बुद्धे | दुर्बुद्धि | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शृण्वतः | श्रु | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |