महाभारतम् — 9.30.26
Original
Segmented
न हि शूराः पलायन्ते शत्रून् दृष्ट्वा कथंचन ब्रूहि वा त्वम् यया धृत्या शूर त्यजसि संगरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| शूराः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पलायन्ते | पलाय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |
| ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| वा | वा | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| यया | यद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| धृत्या | धृति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| शूर | शूर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| त्यजसि | त्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| संगरम् | संगर | pos=n,g=m,c=2,n=s |