महाभारतम् — 9.30.68
Original
Segmented
संजय उवाच एवम् तु विविधा वाचो जय-युक्ताः पुनः पुनः कीर्तयन्ति स्म ते वीराः तत्र तत्र जनाधिप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| विविधा | विविध | pos=a,g=f,c=2,n=p |
| वाचो | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| जय | जय | pos=n,comp=y |
| युक्ताः | युज् | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| कीर्तयन्ति | कीर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वीराः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| जनाधिप | जनाधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |