महाभारतम् — 9.32.10
Original
Segmented
को नु सर्वान् विनिर्जित्य शत्रून् एकेन वैरिणा पणित्वा च एक-पाणेन रोचयेद् एवम् आहवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नु | नु | pos=i |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विनिर्जित्य | विनिर्जि | pos=vi |
| शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| एकेन | एक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वैरिणा | वैरिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पणित्वा | पण् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| एक | एक | pos=n,comp=y |
| पाणेन | पाण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| रोचयेद् | रोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| आहवम् | आहव | pos=n,g=m,c=2,n=s |