महाभारतम् — 9.36.33
Original
Segmented
आप्लुत्य बहुशो हृष्टः तेषु तीर्थेषु लाङ्गली दत्त्वा वसु द्विजातिभ्यो जगाम अति तपस्विनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आप्लुत्य | आप्लु | pos=vi |
| बहुशो | बहुशस् | pos=i |
| हृष्टः | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तेषु | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| तीर्थेषु | तीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| लाङ्गली | लाङ्गलिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दत्त्वा | दा | pos=vi |
| वसु | वसु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| द्विजातिभ्यो | द्विजाति | pos=n,g=m,c=4,n=p |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अति | अति | pos=i |
| तपस्विनः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |