महाभारतम् — 9.36.37
Original
Segmented
जनमेजय उवाच कस्मात् सरस्वती ब्रह्मन् निवृत्ता प्राच्-मुखी ततः व्याख्यातुम् एतद् इच्छामि सर्वम् अध्वर्यु-सत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कस्मात् | कस्मात् | pos=i |
| सरस्वती | सरस्वती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निवृत्ता | निवृत् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| प्राच् | प्राञ्च् | pos=a,comp=y |
| मुखी | मुख | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |
| व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अध्वर्यु | अध्वर्यु | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |