महाभारतम् — 9.39.32
Original
Segmented
ययौ राजन् ततस् रामो बकस्य आश्रमम् अन्तिकात् यत्र तेपे तपः तीव्रम् दाल्भ्यो बक इति श्रुतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बकस्य | बक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अन्तिकात् | अन्तिक | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| तेपे | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तीव्रम् | तीव्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| दाल्भ्यो | दाल्भ्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बक | बक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |