महाभारतम् — 9.4.44
Original
Segmented
कीदृशम् च भवेद् राज्यम् मम हीनस्य बन्धुभिः सखिभिः च सुहृद्भिः च प्रणिपत्य च पाण्डवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कीदृशम् | कीदृश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हीनस्य | हा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| बन्धुभिः | बन्धु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सखिभिः | सखि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| सुहृद्भिः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रणिपत्य | प्रणिपत् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |