महाभारतम् — 9.41.24
Original
Segmented
तस्य तद् वचनम् श्रुत्वा कृपा-शीलस्य सा सरित् चिन्तयामास कौरव्य किम् कृतम् सुकृतम् भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| कृपा | कृपा | pos=n,comp=y |
| शीलस्य | शील | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सरित् | सरित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| चिन्तयामास | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कौरव्य | कौरव्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सुकृतम् | सुकृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |