महाभारतम् — 9.50.27
Original
Segmented
ततो ऽब्रवीत् सुराञ् शक्रो न मे शक्या महा-असुराः ऋते ऽस्थिभिः दधीचस्य निहन्तुम् त्रिदश-द्विषः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सुराञ् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शक्या | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| असुराः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऋते | ऋते | pos=i |
| ऽस्थिभिः | अस्थि | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| दधीचस्य | दधीच | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| निहन्तुम् | निहन् | pos=vi |
| त्रिदश | त्रिदश | pos=n,comp=y |
| द्विषः | द्विष् | pos=a,g=m,c=1,n=p |