महाभारतम् — 9.52.20
Original
Segmented
तरन्तुक-अरन्तुकयोः यद् अन्तरम् रामह्रदानाम् च मचक्रुकस्य एतत् कुरुक्षेत्र-समन्तपञ्चकम् प्रजापतेः उत्तर-वेदिः उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तरन्तुक | तरन्तुक | pos=n,comp=y |
| अरन्तुकयोः | अरन्तुक | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| रामह्रदानाम् | रामह्रद | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| मचक्रुकस्य | मचक्रुक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कुरुक्षेत्र | कुरुक्षेत्र | pos=n,comp=y |
| समन्तपञ्चकम् | समन्तपञ्चक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रजापतेः | प्रजापति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उत्तर | उत्तर | pos=a,comp=y |
| वेदिः | वेदि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |