महाभारतम् — 9.55.2
Original
Segmented
धिग् अस्तु खलु मानुष्यम् यस्य निष्ठा इयम् ईदृशी एकादश-चमू-भर्ता यत्र पुत्रो
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धिग् | धिक् | pos=i |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| खलु | खलु | pos=i |
| मानुष्यम् | मानुष्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| निष्ठा | निष्ठा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ईदृशी | ईदृश | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| एकादश | एकादशन् | pos=n,comp=y |
| चमू | चमू | pos=n,comp=y |
| भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |