महाभारतम् — 9.58.4
Original
Segmented
गौः गौः इति पुरा मन्द द्रौपदीम् एक-वाससम् यत् सभायाम् हसन्न् अस्मान् तदा वदसि दुर्मते तस्य अवहासस्य फलम् अद्य त्वम् समवाप्नुहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गौः | गो | pos=n,g=,c=1,n=s |
| गौः | गो | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| मन्द | मन्द | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| द्रौपदीम् | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| एक | एक | pos=n,comp=y |
| वाससम् | वासस् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| यत् | यत् | pos=i |
| सभायाम् | सभा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| हसन्न् | हस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| वदसि | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दुर्मते | दुर्मति | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अवहासस्य | अवहास | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| समवाप्नुहि | समवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |