महाभारतम् — 9.6.11
Original
Segmented
शल्य उवाच अद्य एव अहम् रणे सर्वान् पाञ्चालान् सह पाण्डवैः निहनिष्यामि राज-इन्द्र स्वर्गम् यास्यामि वा हतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शल्य | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पाञ्चालान् | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सह | सह | pos=i |
| पाण्डवैः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| निहनिष्यामि | निहन् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यास्यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| वा | वा | pos=i |
| हतः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |