महाभारतम् — 9.6.18
Original
Segmented
संजय उवाच अभिषिक्ते तदा शल्ये तव सैन्येषु मानद न कर्ण-व्यसनम् किंचिद् मेनिरे तत्र भारत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अभिषिक्ते | अभिषिच् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| शल्ये | शल्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सैन्येषु | सैन्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| मानद | मानद | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मेनिरे | मन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |