महाभारतम् — 9.61.31
Original
Segmented
इति एवम् उक्ते ते वीराः शिबिरम् तव भारत प्रविश्य प्रत्यपद्यन्त कोश-रत्न-ऋद्धि-संचयान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ते | वच् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वीराः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| शिबिरम् | शिबिर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| प्रत्यपद्यन्त | प्रतिपद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| कोश | कोश | pos=n,comp=y |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| ऋद्धि | ऋद्धि | pos=n,comp=y |
| संचयान् | संचय | pos=n,g=m,c=2,n=p |