महाभारतम् — 9.61.37
Original
Segmented
ते समासाद्य सरितम् पुण्याम् ओघवत् नृप न्यवसन्न् अथ ताम् रात्रिम् पाण्डवा हत-शत्रवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| सरितम् | सरित् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पुण्याम् | पुण्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| ओघवत् | ओघवत् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न्यवसन्न् | निवस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| अथ | अथ | pos=i |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| रात्रिम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पाण्डवा | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| शत्रवः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=p |