महाभारतम् — 9.62.52
Original
Segmented
एतत् च कदनम् कृत्वा शत्रूणाम् अपकारिणाम् दह्यते स्म दिवारात्रम् न च शर्म अधिगच्छति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| कदनम् | कदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| शत्रूणाम् | शत्रु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अपकारिणाम् | अपकारिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| दह्यते | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| दिवारात्रम् | दिवारात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| शर्म | शर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अधिगच्छति | अधिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |