मेघदूतम् — 1.30
Original
Segmented
वेणी-भूत-प्रतनु-सलिला ताम् अतीतस्य सिन्धुः पाण्डु-छाया तट-रुह-तरु-भ्रंशिभिः जीर्ण-पर्णैः सौभाग्यम् ते सुभग विरह-अवस्थया व्यञ्जयन्ती कार्श्यम् येन त्यजति विधिना स त्वया एव उपपाद्यः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वेणी | वेणी | pos=n,comp=y |
| भूत | भू | pos=va,comp=y,f=part |
| प्रतनु | प्रतनु | pos=a,comp=y |
| सलिला | सलिल | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अतीतस्य | अती | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| सिन्धुः | सिन्धु | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पाण्डु | पाण्डु | pos=a,comp=y |
| छाया | छाया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तट | तट | pos=n,comp=y |
| रुह | रुह | pos=a,comp=y |
| तरु | तरु | pos=n,comp=y |
| भ्रंशिभिः | भ्रंशिन् | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| जीर्ण | जृ | pos=va,comp=y,f=part |
| पर्णैः | पर्ण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| सौभाग्यम् | सौभाग्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सुभग | सुभग | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| विरह | विरह | pos=n,comp=y |
| अवस्थया | अवस्था | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| व्यञ्जयन्ती | व्यञ्जय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| कार्श्यम् | कार्श्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| त्यजति | त्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| उपपाद्यः | उपपादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |