मेघदूतम् — 1.33
Original
Segmented
हारांस् तारांस् तरल-गुटिका कोटिशः शङ्ख-शुक्तीः शष्प-श्यामान् मरकत-मणीन् उन्मयूख-प्ररोहान् दृष्ट्वा यस्याम् विपणि-रचितान् विद्रुमाणाम् च भङ्गान् संलक्ष्यन्ते सलिलनिधयस् तोय-मात्र-अवशेषाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हारांस् | हार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तारांस् | तार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तरल | तरल | pos=a,comp=y |
| गुटिका | गुटिका | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कोटिशः | कोटिशस् | pos=i |
| शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
| शुक्तीः | शुक्ति | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| शष्प | शष्प | pos=n,comp=y |
| श्यामान् | श्याम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| मरकत | मरकत | pos=n,comp=y |
| मणीन् | मणि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उन्मयूख | उन्मयूख | pos=a,comp=y |
| प्ररोहान् | प्ररोह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| यस्याम् | यद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| विपणि | विपणि | pos=n,comp=y |
| रचितान् | रचय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| विद्रुमाणाम् | विद्रुम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| भङ्गान् | भङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संलक्ष्यन्ते | संलक्षय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सलिलनिधयस् | सलिलनिधि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तोय | तोय | pos=n,comp=y |
| मात्र | मात्र | pos=n,comp=y |
| अवशेषाः | अवशेष | pos=n,g=m,c=1,n=p |