मेघदूतम् — 1.66
Original
Segmented
तस्य उत्सङ्गे प्रणयिन इव स्रस्त-गङ्गा-दुकूलाम् न त्वम् दृष्ट्वा न पुनः अलकाम् ज्ञास्यसे काम-चारिन् या वः काले वहति सलिल-उद्गारम् उच्चैः विमाना मुक्ता-जाल-ग्रथितम् अलकम् कामिनी इव अभ्र-वृन्दम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उत्सङ्गे | उत्सङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्रणयिन | प्रणयिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| स्रस्त | स्रंस् | pos=va,comp=y,f=part |
| गङ्गा | गङ्गा | pos=n,comp=y |
| दुकूलाम् | दुकूल | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अलकाम् | अलका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ज्ञास्यसे | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| चारिन् | चारिन् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वहति | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सलिल | सलिल | pos=n,comp=y |
| उद्गारम् | उद्गार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उच्चैः | उच्चैस् | pos=i |
| विमाना | विमान | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| मुक्ता | मुक्ता | pos=n,comp=y |
| जाल | जाल | pos=n,comp=y |
| ग्रथितम् | ग्रन्थ् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अलकम् | अलक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कामिनी | कामिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अभ्र | अभ्र | pos=n,comp=y |
| वृन्दम् | वृन्द | pos=n,g=n,c=2,n=s |