मेघदूतम् — 2.39
Original
Segmented
भर्तुः मित्रम् प्रियम् अविधवे विद्धि माम् अम्बुवाहम् तद्-संदेशैः हृदय-निहितैः आगतम् त्वद्-समीपम् यो वृन्दानि त्वरयति पथि श्राम्यताम् प्रोषितानाम् मन्द्र-स्निग्धैः ध्वनिभिः अबला-वेणी-मोक्ष-उत्सुकानि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मित्रम् | मित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अविधवे | अविधवा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अम्बुवाहम् | अम्बुवाह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| संदेशैः | संदेश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| हृदय | हृदय | pos=n,comp=y |
| निहितैः | निधा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| समीपम् | समीप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वृन्दानि | वृन्द | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| त्वरयति | त्वरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| श्राम्यताम् | श्रम् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| प्रोषितानाम् | प्रवस् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| मन्द्र | मन्द्र | pos=a,comp=y |
| स्निग्धैः | स्निग्ध | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| ध्वनिभिः | ध्वनि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अबला | अबला | pos=n,comp=y |
| वेणी | वेणी | pos=n,comp=y |
| मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
| उत्सुकानि | उत्सुक | pos=a,g=n,c=2,n=p |