रामायणम् — 1.1.30
Original
Segmented
पादुके च अस्य राज्याय न्यासम् दत्त्वा पुनः पुनः निवर्तयामास ततो भरतम् भरताग्रजः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पादुके | पादुका | pos=n,g=f,c=2,n=d |
| च | च | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| राज्याय | राज्य | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| न्यासम् | न्यास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दत्त्वा | दा | pos=vi |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| निवर्तयामास | निवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भरताग्रजः | भरताग्रज | pos=n,g=m,c=1,n=s |