रामायणम् — 1.10.6
Original
Segmented
श्रुत्वा राज्ञो ऽथ तद् वाक्यम् मनसा स विचिन्त्य च प्रदास्यते पुत्रवन्तम् शान्ता-भर्तारम् आत्मवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विचिन्त्य | विचिन्तय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| प्रदास्यते | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| पुत्रवन्तम् | पुत्रवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| शान्ता | शान्ता | pos=n,comp=y |
| भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |